विज्ञान प्रसार नोएडा से अपने हाल में ही प्रकाशित बाल विज्ञान कथा संग्रह "लौट आओ नैनो" के पारिश्रमिक की धनराशिआज प्राप्त हुई। यह धनराशि बहुत अधिक तो नहीं पर निश्चित से संतोषजनक है। आज के इस परिदृश्य में जहां विज्ञान कथा के लिए प्रकाशकों को ढूंढना एक कठिन कार्य है, वहां किसी संस्थान के विशेषज्ञ का कथा मनीषी विद्वानों की समिति के आलोचनात्मक दृष्टि से पुस्तक के प्रकाशन की स्वीकृति मिलना, पुस्तक छपना और बाद में लिए लेखन के लिए संतोषजनक पारिश्रमिक राशि मिलना अपने आप में एक संतोष का भाव तो जगाता ही है। लगता है कि आप कुछ ठीक-ठाक लिख रहे हैं तभी समिति के ये मनीषी बिना टीका टिप्पणी के आपकी कृति को प्रकाशन योग्य मान रहे हैं। इसके लिए मैं इसके लिए विज्ञान प्रसार के वैज्ञानिक व ड्रीम 2047 के संपादक श्री निमिष कपूर, गणेश दत्तू कालघुगे व विज्ञान प्रसार के निदेशक श्री नकुल पाराशर जी का हृदय से आभारी हूं जिनका स्नेह और कृपा मुझे यदा-कदा मिलती ही रहती है।
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