बुधवार, 31 अक्तूबर 2018

हीरों वाली चिड़िया

                 डा अरविन्द दुबे
आइसुर स्पेस एजेंसी के प्रमुख का फ़ोन रात के तीन बजे बजा तो वे चौंके। दूसरी तरफ़ से उनके चिरपरिचित प्रतिद्वंदी देश एसीरेमा की स्पेस एजेंसी में प्लांट किया गया उनका भेदिया बोल रहा था।
“कहो ट्रिपल वन”, उन्होनें भेदिए को उसके कूट नाम से संबोधित किया।
“आसमानी चिड़िया की खबर है”
“उगलो”
“चिड़िया तो हीरों की बनी है। जो उसे पकड़ पाएगा वही सिकंदर बनेगा।“
“अच्छा”
“उनके बहेलिए तो जाल लेकर चिड़िया को पकड़ने निकलने ही वाले हैं। चिठ्ठी आपके लेटर बाक्स में डाल दी है, तुरंत पढ़िए।

प्रमुख ने फ़ोन पटका और दूसरे कमरे में छिपा कर रखे गए फ़ेक्स पर आई रिपोर्ट पढ़ने लगे जिसे उस भेदिए ने अभी-अभी भेजा था। एसीरेमा  स्पेस एजेंसी के वैज्ञानिकों बड़े ही गोपनीय तरिके से एक बड़े धात्विक एस्टीरोइड बी सी-1784 पर एक मानव रहित स्पेस प्रोब भेजी थी, जो हाल में ही उस एस्टीरोइड का नमूना लेकर लौटी थी जिसका उनकी लैब में परीक्षण किया जा रहा था। बिना मेहनत किए ही इस मिशन और उस एस्टीरोइड की संरचना की गोपनीय जानकारी प्राप्त करने के लिए उन्होंने आइसुर के एक जासूस “ट्रिपल वन” को एसीरेमा  स्पेस एजेंसी में प्लांट किया  था।

रिपोर्ट पढ़ते ही प्रमुख की नींद उड़ गई। सेम्पल एनालाइसिस में उस एस्टीरोइड पर एक ऐसी धातु का पता लगा था जिसका आपेक्षिक घनत्व मात्र पोइंट दो थ यानि एक दम हल्की, गलनांक सत्तर हजार डिग्री सेंटीग्रेड, क्वथनांक और भी ज्यादा और कठोरता अब तक ज्ञात सारी धातुओं से एक हज़ाज गुना ज्यादा।
“कितने काम की होगी ये धातु? इससे अंतरिक्ष यानों पर थर्मल टाइल्स नहीं लगानीं पड़ेंगीं, इससे मिसाईल स्पेस प्रोब न जाने क्या-क्या बनाया जा सकेगा। ट्रिपल वन ठीक कहता था, जो इसको पायेगा वही अंतर्राष्ट्रीय डाँन होगा, अजेय और अभेद्य होगा”, वह सोच रहे थे।

अंतर्राष्ट्रीय नियमों के अनुसार जिस एस्टीरोइड पर जिस देश के अंतरिक्ष यान पहले पहुंच कर उसे अपनी “टेरीटरी” घोषित कर देते थे तब से उस एस्टीरोइड की हर चीज उस देश की संपत्ति मानी जाती थी। एसीरेमा में शीघ्र से शीघ्र अति गोपनिय तरीके से अंतरिक्ष यानों का बेड़ा भेज कर एस्टीरोइड बी सी-1784 को अपनी “टेरीटरी” घोषित करने की तैयारी चल रही थी।

‘नहीं, मैं ऐसा नहीं होने दूंगा”, आइसुर स्पेस एजेंसी के प्रमुख बुदबुदाए।

अगले ही क्षण उन्होंने इमरजेंसी मेसेजिंग सिस्टम का बटन्। दबाया। एक घंटे में सारे बड़े स्पेस अधिकारी, तकनीशियन, इंजीनियर, आइसुर के राष्ट्रपति और सारा मंत्रिमंडल वीडियो कांफ़्रेंसिंग पर था।
“अपने स्पेस स्टेशन को अलर्ट करो, उस पर डोक्ड सारे स्पेस शटल्स पर एटोमिक हथियार लोड किए जाएं। “टेरीटरी” घोषित करने के लिए खनन करने वाले स्पेस शटल्स पर माइनिंग इक्वपमेंट लोड करके उनका बेड़ा रवाना करो। हर हाल में एस्टीरोइड बी सी-1784 पर हमार अधिकार होना चाहिए। हीरों की चिड़िया हाथ से जानी नहीं जानी चाहिए”, आइसुर के राष्ट्रपति ने त्वरित आदेश दिए।

पलक झपकते ही आइसुर यानों के बेड़े रवाना कर दिए गए। खबर है कि आइसुर के इस षडयंत्र की खबर एसीरेमा को भी मिल गई है। उन्होंने भी कौंटर एक्शन के लिए पूरी तैयारी के साथ एक्सप्लोरर और लड़ाकू यानों के बेड़े रवाना कर दिए हैं। अंतरिक्ष में एक विनाशकारी परमाणु युद्ध किसी भी समय शुरू हो सकता है।

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